शरीर को( Detox) अंदर से साफ़ कैसे करे :-
हम लोग खाने की चीजों को चाहे कितना भी पानी से धो ले लेकिन अनाज ,सब्जी और फलो में फिरभी जहरीले तत्त्व मौजूद रहते है। दूध से लेकर हर खाने की चीजों में मिलावट हो रही है।
इसके अलावा प्रदूषण और धूम्रपान से हमारा शरीर और भी ख़राब होता जा रहा है।
ऐसे में हमारे शरीर के अंदर इतनी मात्रा में जहरीले पदार्थ जमा हो चुके हैं जो आपको कभी भी बीमार बना सकते हैं। इन बीमारियों से बचने का एक सीधा और सरल उपाय है शरीर को डिटॉक्स यानि जहरीले पदार्थों से मुक्त करना। हालांकि, डॉक्टरी प्रक्रिया में दवाओं का सहारा लिया जाता है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं... जिनमें कुदरती ऐसे गुण हैं जो धीरे-धीरे आपके शरीर से सारे जहरीले पदार्थ बाहर कर देते हैं।
गर्मी का मौसम इस प्रक्रिया के लिए सबसे बेहतर होता है, क्योंकि इस मौसम में शरीर तेजी से डिटॉक्स होता है और आपको इसका ज्यादा फायदा मिलता है।
कई सालो से आयुर्वेदिक पद्धति से शरीर के अंदर की सफाई की जा रही है। शरीर के अंदर के विषैले पदार्थ को निकालने के लिए जरूरी है अच्छा भोजन खाये ,रोज व्यायाम करे।
इसके अलावा प्रदूषण और धूम्रपान से हमारा शरीर और भी ख़राब होता जा रहा है।
ऐसे में हमारे शरीर के अंदर इतनी मात्रा में जहरीले पदार्थ जमा हो चुके हैं जो आपको कभी भी बीमार बना सकते हैं। इन बीमारियों से बचने का एक सीधा और सरल उपाय है शरीर को डिटॉक्स यानि जहरीले पदार्थों से मुक्त करना। हालांकि, डॉक्टरी प्रक्रिया में दवाओं का सहारा लिया जाता है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं... जिनमें कुदरती ऐसे गुण हैं जो धीरे-धीरे आपके शरीर से सारे जहरीले पदार्थ बाहर कर देते हैं।
गर्मी का मौसम इस प्रक्रिया के लिए सबसे बेहतर होता है, क्योंकि इस मौसम में शरीर तेजी से डिटॉक्स होता है और आपको इसका ज्यादा फायदा मिलता है।
कई सालो से आयुर्वेदिक पद्धति से शरीर के अंदर की सफाई की जा रही है। शरीर के अंदर के विषैले पदार्थ को निकालने के लिए जरूरी है अच्छा भोजन खाये ,रोज व्यायाम करे।
शरीर के अंदर विषैले पदार्थ रहने से थकन ,आलस ,कमजोरी, पेट दर्द , सर दर्द आदि बीमारिया होने लगती है। इस लिए जरूरी है की आप पौस्टिक आहार ले जिससे बीमारियों से राहत हो ,इसके अलावा योग और व्यायाम से शरीर स्वस्थ रख सकते है।
Detox क्या होता है :-
डेटॉक्स का अर्थ होता है खून की सफाई, लिवर में मौजूद रक्त को शुद्ध करके विषैले पदार्थ को बाहर निकलना ,शरीर आंतो ,फेफड़ो ,और त्वचा माध्यम से पदार्थ बाहर निकलता है।
डेटॉक्स की कमी के लक्षण :-
- सुस्त होना
- पेट फूलना
- थकन लगना
- त्वचा सम्बंधित रोग
- आँखों निचे सूजन
- एलर्जी
- मासक धर्म में प्रॉब्लम
- मानसिक प्रॉब्लम
- छाती में दर्द होना
शरीर को डिटॉक्स करते समय काफी सावधानी बरतनी पड़ती है क्योंकि इससे अधिक भूख लगने और खाना पचने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे, जिससे आप प्राकृतिक तरीके से शरीर को डिटॉक्स करके अपच, पेट फूलना और तनाव जैसी समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
एलोवेरा जूस :-
एलोवेरा जूस बॉडी डेटॉक्स के लिए बहुत बढ़िया पदार्थ है , एलोवेरा में Laxative और anti inflamatory properties पाई जाती है। इसे पीने से शरीर में भोजन को पचाने वाले बक्टेरिया की संख्या बढ़ती है जिससे खाना आसानी से पच जाता है एलोवेरा में fiber की संख्या अधिक मात्रा में होने से यह शरीर में जमा होने वाले fat को रोकता है और साथ में शरीर के Imminuty सिस्टम को मजबूत बनाता है। पाचन तंत्र मजबूतऔर हेल्थी स्किन पाना चाहते तो एलोवेरा जूस अपने भोजन में जरूर शामिल करे।
गेहू की घास ( Wheat Grass ):-
गेहू के घास का रस यानि WheatGrass juice
पोषक तत्वों का भण्डार है। इसके अंदर विटामिन C ,
पोषक तत्वों का भण्डार है। इसके अंदर विटामिन C ,
विटामिन V , 90 अलग अलग प्रकार के मिनरल्स ,बीटा कैरोटीन और 18 एमिनोएसिड पाए जाते है।
आयरन की मात्रा इसमें पालक से भी
ज्यादा पाई जाती है 70 % क्लोरोफिल
पाया जाता है। हफ्ते में 3 बार इसका सेवन करने से खून तेजी से साफ़ होता है और लिवर की समस्या भी दूर होती है .लगातार सेवन से ब्लड फ्लो बेहतर बना रहता है तथा चेहरे के दाग धब्बे और कालापन दूर होता जाता है। शरीर का वजन ज्यादा बढ़ा हुआ हो तो WheatGrass juice का निम्बू के साथ सेवन करे।
whear grass उगाने क लिए कोई भी मिटटी के गमले में कुछ गेहूं के दाने को डाल दे , कुछ दिनों में गेहू का घास उगने लगेगा , उस घास को काट ले और अच्छी तरह से पीस ले ,
इन सभी के अलावा शरीर को डेटॉक्स करने के लिए हमारी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना होगा ,
रोजाना 30 से 35 मिनट योग ,व्यायम या वॉक करने से भी शरीर के अंदर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते है
रेगुलर वर्क आउट हमारे स्वास्थ के साथ साथ हमारी त्वचा और ब्रेन को निखारता है। ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के आदत डाले। शरीर में पानी के कमी टॉक्सिन्स को बढ़ाता है .
know more .please click on below link.
जानिए अस्थमा के बारे में, अस्थमा क्या होता है उपाय और लक्षण
https://wellbloom.blogspot.com/2019/09/ashthama-kya-hai-asthma-ke-gharelu.html
बेस्ट हेल्थ टिप्स ,
https://wellbloom.blogspot.com/2019/09/best-20-tips-for-active-health.html
स्वा स्थ्य दिन चर्या
https://wellbloom.blogspot.com/2019/08/blog-post.html
ज्यादा पाई जाती है 70 % क्लोरोफिल
पाया जाता है। हफ्ते में 3 बार इसका सेवन करने से खून तेजी से साफ़ होता है और लिवर की समस्या भी दूर होती है .लगातार सेवन से ब्लड फ्लो बेहतर बना रहता है तथा चेहरे के दाग धब्बे और कालापन दूर होता जाता है। शरीर का वजन ज्यादा बढ़ा हुआ हो तो WheatGrass juice का निम्बू के साथ सेवन करे।
whear grass उगाने क लिए कोई भी मिटटी के गमले में कुछ गेहूं के दाने को डाल दे , कुछ दिनों में गेहू का घास उगने लगेगा , उस घास को काट ले और अच्छी तरह से पीस ले ,
- गेहू की कुछ पत्तियों को जड़ से काट ले और उसे पानी से अच्छी तरह से धो ले , अच्छी तरह से कूट कूट कर इसका रस निकाल ले।
- आप जूस निकालने वाली मशीन से भी Wheat grass juice सकते है।
- रस निकालने के बाद इसे रखे नहीं तुरंत पी ले और ध्यान रहे की इसे चाय की तरहसिप सिप कर ही पिए
- जूस निकालने के बाद इसमें ऑवला ,नीम ,गिलोय। शहद ,तुलसी अदरक भी डाल सकते है।
- इसमें आप थोड़ा सा पानी भी मिला सकते है। और ध्यान रहे की इसमें निम्बू नमक न मिलाएं
चुकंदर (Beet Root ):-
चुकंदर यानि Beet Root डेटोक्सिफिकेशन के लिए काफी फायदे मंद माना जाता है। चुकंदर के अंदर कल्शियम ,आयरन ,पोटेसियम ,मैग्नीशियम ,विटामिन C ,फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा पाया जाता है। प्रति दिन एक या दो गिलाश चुकंदर का रस पिने से लिवर स्वस्थ रहता है और शरीर ,में खून की कमी
होती है।
भोजन के साथ रोज सलाद में चुकंदर शामिल किया जाये तो यह भोजन को पचाने में काफी मदद करता है।
और साथ में चर्बी को रोकने में भी मदद करता है।
नारियल पानी (Coconut water ):-
नारियल पानी शरीर में जमे विषैले पदार्थो को सबसे जल्दी बाहर निकालता है .ताज़े नारियल के अंदर मौजूद electrolight और Antioxident शरीर के अंदरूनी सिस्टम को पुरी तरह करते है तथा शरीर के अंदर जमे टोक्सिन बाहर निकलते है।
इन सभी के अलावा शरीर को डेटॉक्स करने के लिए हमारी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना होगा ,
रोजाना 30 से 35 मिनट योग ,व्यायम या वॉक करने से भी शरीर के अंदर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते है
रेगुलर वर्क आउट हमारे स्वास्थ के साथ साथ हमारी त्वचा और ब्रेन को निखारता है। ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के आदत डाले। शरीर में पानी के कमी टॉक्सिन्स को बढ़ाता है .

know more .please click on below link.
जानिए अस्थमा के बारे में, अस्थमा क्या होता है उपाय और लक्षण
https://wellbloom.blogspot.com/2019/09/ashthama-kya-hai-asthma-ke-gharelu.html
बेस्ट हेल्थ टिप्स ,
https://wellbloom.blogspot.com/2019/09/best-20-tips-for-active-health.html
स्वा स्थ्य दिन चर्या
https://wellbloom.blogspot.com/2019/08/blog-post.html
0 comments:
Post a Comment